Waise To Is Khudgarz Duniya Se Mujhe Koi Ummid Na Thi
Par Accha Lagta Tha Jab Koi Meri Fikr Karta Tha
वैसे तो इस खुदगर्ज़ दुनिया से मुझे कोई उम्मीद ना थी
पर अच्छा लगता था जब कोई मेरी फ़िक्र करता था
Waise To Is Khudgarz Duniya Se Mujhe Koi Ummid Na Thi
Par Accha Lagta Tha Jab Koi Meri Fikr Karta Tha
वैसे तो इस खुदगर्ज़ दुनिया से मुझे कोई उम्मीद ना थी
पर अच्छा लगता था जब कोई मेरी फ़िक्र करता था