Wo Kaisi Teri Muskaan Or Pyaari Si Teri Hasi Thi
Kaise Is Naachiz Insaan Se Teri Jaisi Pari Phasi Thi
Kuch Inhi Baato Or Yaadon Me Khoya Rehta Hai
Jo Jaaga Karta Tha Raato Ko Ab Din Me Bhi Soya Rehta Hai
वो कैसी तेरी मुस्कान और प्यारी सी तेरी हसी थी
कैसे इस नाचीज़ इंसान से तेरी जैसी परी फँसी थी
कुछ इन्ही बातो और यादों में खोया रहता है
जो जाएगा करता था रातो को अब दिन में भी सोया रहता है